Monday 23 May 2011

यह ब्लॉग भाषाशुद्धिका एक प्रयास है । इसके माध्यमसे वर्तमानकालमें हिंदी भाषामें प्रयोग होनेवाले अहिंदी शब्दोंके साथ शैलीमें परिवर्तन लाकर भाषाको शुद्ध करनेका प्रयास है । अध्यात्मशास्त्रमें कहा जाता है, जितना शुद्ध उतना ही सात्विक ।

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